बदरी की जब घटा हटा कर
नव ज्योति धरती पर पहुची,
सोने की चिड़िया पिंजरे से
सुन्दर नील गगन में पहुँची।
देख रही है धरती उसको
देख रहा है अम्बर,
चहक- चहक कर,फुदक-फुदक कर,
नव ज्योति धरती पर पहुची,
सोने की चिड़िया पिंजरे से
सुन्दर नील गगन में पहुँची।
देख रही है धरती उसको
देख रहा है अम्बर,
चहक- चहक कर,फुदक-फुदक कर,
चिड़िया पहुंची घर-घर।
मधुर मोहनी कलरव उसका
करता यही प्रचार,
जीत हमेशा सच की होती
हारे अत्याचार।
मधुर मोहनी कलरव उसका
करता यही प्रचार,
जीत हमेशा सच की होती
हारे अत्याचार।
जीत हमेशा सच की होती
जवाब देंहटाएंहारे अत्याचार।
Bahut Khoob