रविवार, 14 अगस्त 2016

1- कोई बात अधूरी ना होती,
     हर बात ज़रूरी न होती,
     गर टुकड़े टुकड़े न होते
     तो बीच की दूरी ना होती।

2-इजाज़त है नहीँ हमको,कहीं इक पल ठहरने की।
   बड़े हैं..काम हिस्से में , अकेली जान है मेरी।।

3-खुद सम्हलोऔर सम्हालो
   औरों से आस ना पालो..

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