1- कोई बात अधूरी ना होती,
हर बात ज़रूरी न होती,
गर टुकड़े टुकड़े न होते
तो बीच की दूरी ना होती।
हर बात ज़रूरी न होती,
गर टुकड़े टुकड़े न होते
तो बीच की दूरी ना होती।
2-इजाज़त है नहीँ हमको,कहीं इक पल ठहरने की।
बड़े हैं..काम हिस्से में , अकेली जान है मेरी।।
3-खुद सम्हलोऔर सम्हालो
औरों से आस ना पालो..
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